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किसानो को प्याज के 800 रूपये से उंचे भाव दिलाने के लिये मध्यप्रदेश सरकार की नई योजना

प्याज किंमतो में गिरावट आने से किसानो को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पडता है। इस स्थिति में किसानो को प्रति क्विन्टल 800 रूपये से उंचा भाव प्याज का मिले इस हेतु के साथ कमलनाथ सरकार द्वारा ‘मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना’ लागु की जाएगी। योजना में राज्य की सहकारी विपणन समितियों, कृषक उत्पादक सगठनों, राज्य के सार्वजनिक उपकरण, निजी संस्थाओं और व्यापारियों को इस बात के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा कि वे किसानों से 800 रूपये प्रति क्विंटल से कम कीमत में प्याज न खरीदे। कई बार एसा होता है कि प्याज की आवक होने पर मध्यप्रदेश की मण्डियों में भाव गिर जाते हैं परन्तु देश की अन्य बड़ी मण्डियों में उंचे भाव होते हैं। इसलिये मध्य प्रदेश राज्य के जो व्यापारी 800 रूपये प्रति क्विंटल से अधिक दर पर किसानो से प्याज खरीद कर प्रदेश के बाहर की मण्डियों में बेचेंगे उन्हें परिवहन और भण्डारण पर होने वाले खर्चों का 75 प्रतिशत तक अनुदान दिया जायेगा। साथ ही राज्य की सहकारी विपणन समितियों अथवा कृषक उत्पादन संगठन द्वारा यदि किसानों से ली गई प्याज का प्रदेश के बाहर विक्रय का काम किया जाता है, तो उन्हें परिवहन और भण्डारण पर होने वाले खर्चों की पूर्ति की जायेगी। इस सबके बावजूद यदि मई और जून माह में बाजार में कीमतें 800 रूपये प्रति क्विंटल से नीचे जाती हैं तो जो पंजीकृत किसान इस अवधि में प्याज बेचेंगे उन्हें निर्धारित मण्डियों के मॉडल विक्रय भाव और 800 रूपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य के बीच के अंतर की राशि सीधे बैंक खाते में जमा दी जायेगी।
	
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों से अपील की है कि वे एक साथ सारा प्याज बाजार में विक्रय के लिये न लायें। उन्होंने कहा कि किसान फसल आवक के समय जितने पैसे की उस समय आवश्यकता हो उस हिसाब से ही प्याज का विक्रय करें। किसान शेष उत्पादित प्याज का भण्डारण कर सकते हैं। इससे मण्डियों में प्याज के भाव नहीं गिरेंगें और किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा।