यूपी में बीएचयू के एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर ने गेहूं की एक नई प्रजाति विकसित की है, जिसका नाम है HUW-669 है। गेहूं की उस नई प्रजाति न के बराबर पानी में भी जबरदस्त पैदावार कर सकती है।पूरे देश में विधिवत ट्रायल के बाद सरकार ने इस नई प्रजाति को उत्पादन के लिए हरी झंडी दे दी है। देश के तमाम हिस्सो में पानी के अभाव में गेहूं की फसलों के बर्बाद होने का जोखिम इस नई प्रजाति के साथ खत्म हो सकता है
BHU के वैज्ञानिकों ने यह प्रजाति विकसित की है और इसे वही बोया गया। इसके बाद पाया गया कि बिना पानी के भी यह प्रजाति पैदावार दे सकती है। इसके बाद पैदावार की भी जांच की गई। सही रिपोर्ट के बाद मंजूरी के लिए इसे सरकार के पास भेजा गया। आखिरकार इस प्रजाति के बीज को सरकार से मंजूरी मिल गई है और अब उत्पादन के लिए इस बीज का इस्तेमाल किया जा सकेगा। ICAR की ओर से भी HUW-669 को हरी झंडी मिल गई है।
A new species of wheat received green signal from the government, which will give tremedous yield without water in india !
In UP, BHU's Agriculture Research Center has developed a new species of wheat, whose name is HUW-669. That new species of wheat can produce tremendous yields without water evenly. Even after the duly completed trials across the country, the government has given green signal for the production of this new species. In the absence of water in all parts of the country, the risk of wheat crops being ruined can end with this new species.
BHU scientists have developed this species and it was sown only. After this, it was found that this species can also give yield without water. After this the yield was also examined. After the correct report, it was sent to the government for approval. After all, the seed of this species has got approval from the government and now this seed can be used for production. HUW-669 has also got green signal from ICAR.
#Wheat -गेहूं की नई प्रजाति को मिली सरकार से हरी झंडी जो भारत में बिना पानी के देगी बड़ा पैदावार !
2022-04-04 18:24:29
E-Krishi Kendra